संपादक राजकुमार यादव

जल्दबाजी से वाहन चलाकर अपने मंजिल तक पहुंचने की चाह,मौत को दावत देने से कम नहीं–विवेक तिवारी
रायबरेली।
संसार में जन्म लेने के लिए माँ के गर्भ में 9 महीने रुक सकते है। चलने के लिए 2 वर्ष, स्कूल में प्रवेश के लिए 3 वर्ष, मतदान के लिए 18 वर्ष, नौकरी के लिए 22 वर्ष , शादी के लिये 25 -30 वर्ष, इस तरह अनेक मौकों के लिए हम इंतजार करते है। लेकिन,,,,,, गाड़ी ओवरटेक करते समय 30 सेकंड भी नही रुकते,,,,।। बाद में एक्सीडेंट होने के बाद जिन्दा रहे तो एक्सीडेंट निपटाने के लिए कई घण्टे, हॉस्पिटल में कई दिन, महीने या साल निकाल देते है। कुछ सेकंड की गड़बड़ी कितना भयंकर परिणाम ला सकती है। जाने वाले चलें जाते हैं , पीछे वालों का क्या! इस पर विचार किया, कभी किया नहीं । फिर हर बार की तरह, सिर्फ नियति को ही दोष ।। इसलिये सही रफ्तार, सही दिशा में व वाहन संभल कर चलायें सुरक्षित पहुंचे। आपका अपना मासूम परिवार आपका घर पर इंतजार कर रहे है।