अभियान में मिले 112 नए टीबी मरीज
रिपोर्ट –संपादक राजकुमार यादव
रायबरेली, 18 मार्च 2023
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में गत 20 फरवरी से पाँच मार्च तक सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान (एसीएफ) के दौरान 112 व्यक्तियों में क्षय रोग की पुष्टि हुयी|
इस अभियान के अंतर्गत कुल 6,91,050 आबादी में क्षय रोगियों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 1960 संभावित टीबी के मरीज मिले|इन सभी का बलगम, एक्सरे और अन्य जाँचें की गई और उसके आधार पर 112 व्यक्तियों में क्षय रोग की पुष्टि हुई जिसमें 83 पल्मोनरी और 29 एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी से ग्रसित हैं | यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम सिंह ने दी |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान दो चरणों में चलाया गया था | पहला चरण 20 से 23 और दूसरा 24 फरवरी से पाँच मार्च तक चला | एससीएफ अभियान उन क्षय रोगियों की पहचान के लिए महत्वपूर्ण है जिन्हें पता ही नहीं होता है कि वह क्षय रोग से ग्रसित हैं | एसीएफ का उद्देश्य भी यही है कि आबादी में छिपे हुए क्षय रोगियों की पहचान कर उनको इलाज पर लाना |
टीबी के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है | यदि किसी को दो हफ्ते से ज्यादा खाँसी आए, शाम के समय बुखार आए, सीने में दर्द हो, थकान लगे, बलगम में खून आये, रात में पसीना आता हो या लगातार वजन घट रहा हो या लंबे समय तक शरीर के किसी भी अंग में दर्द रहे तो पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं | स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच और इलाज की पूरी सुविधा उपलब्ध है | इसके अलावा यह भी जानना जरूरी है कि केवल फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है | टीबी नाखून एवं बालों को छोड़कर टीबी किसी भी अंग में हो सकती है |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया 15 मार्च को आयोजित एकीकृत निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले 3,439 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से टीबी के 215 संभावित मरीज मिले | उनकी बलगम और एक्सरे की जांच करायी गई जिसमें से दो में टीबी की पुष्टि हुई |
